छुट्टी की रातों के किस्से ज़बरदस्त
सुबह आठ बजे जगना
फिर कॉलेज के लिए भगना
फ्री लेक्चर में आके रूम में सोना
घर ली याद में वो चुपके से रोना |
फिर सुन्दर सुन्दर सपनो में खोना
मेस की वो लाइन भूल नही सकता
तुम्हारे बिन यारों रह नहीं सकता
दोस्तों के साथ मिल बैठ कर खाना
फिर मेस सेक्रेटरी ली बैंड बजाना |
हॉस्टल में पढाई लेकिन मस्ती भी संग
कैंटीन में रात को मागी खिलाना
दोस्तों को रात को कॉफ़ी पिलाना
साथ बैठकर Assignment बनाना
एंड टाइम पे ही सबमिट कराना |
और एग्जाम क बाद सपने में खोना
देखना वो रात को लैपटॉप पर फ़िल्में
गुनगुनाना रात को कॉरिडोर में नगमे
हॉस्टल की GPL भूली नही जाएगी
सच में यारों तुम्हारी बड़ी याद आएगी
करता हूँ यारों रब से एक ही दुआ
हम ना हो यारों कभी भी जुदा ||
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